जानें, World Cancer Day के इतिहास से लेकर क्यों मनाया जाता है तक, इन सावधानियों से बच सकती है जिंदगी

आज यानी 4 फरवरी का दिन विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) के तौर पर मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं इस दिन की शुरुआत कैसे हुई ? यदि नहीं तो चलिए, विस्तार से चर्चा करें।
World Cancer Day 2023
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World Cancer Day 2023 : आज देश में कई बड़ी से बड़ी गंभीर बीमारियां देखने को मिलती हैं। इनमें से कुछ का तो ईलाज है और कुछ लाईलाज है। हालांकि, बीमारी कैसी भी हो, जिसे बीमारी को झेलना पड़ता है। वहीँ जनता है कि, उसे किस तकलीफ से गुजरना पड़ रहा है। इसी तरह अत्यधिक कष्ट देने वाली एक गंभीर बीमारी कैंसर (Cancer) भी है। बीते समय में कई बड़ी सेलिब्रिटी को कैंसर होने की खबर आई थी। अगर यह पहले से जागरूक होते तो यह कभी इस बीमारी के घेरे में नहीं आते। तो देशदुनिया के लोगों को कैंसर से जागरूक करने के लिए ही आज यानी 4 फरवरी का दिन समर्पित है और इसे विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) के तौर पर मनाया जाता है। क्या आप जानते हैं इस दिन की शुरुआत कैसे हुई ? यदि नहीं तो चलिए, विस्तार से चर्चा करें।

कैंसर शब्द की उत्पत्ति :

आज देश में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बारे में तो सबने सुना ही होगा। इसके लक्षण भी जैसे बाल झड़ना या शरीर में कमजोरी रहने लगना आदि के बारे में भी हर कोई जानता ही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि, कैंसर शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई। यदि नहीं जानते तो आपको बता दें, कैंसर शब्द की उत्पत्ति चिकित्सा के जनक के तौर पर जाने जाने वाले यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स द्वारा 460-370 ईसा पूर्व में की गई थी। इसके अलावा यहां हम जानेंगे कि, विश्व कैंसर दिवस का इतिहास क्या है ? इस बीमारी से बचने के लिए क्या सावधानियां रखी जाएं ? या कैंसर में किस तरह का खानपान रखा जाए, कैंसर को लेकर मिथ आदि।

World Cancer Day का इतिहास :

विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा साल 1933 में की गई थी और 4 फरवरी 1933 को पहला कैंसर दिवस जिनेवा, स्विट्जरलैंड में मनाया गया था। तबसे अब तक हर साल 4 फरवरी को कैंसर दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत करने के पीछे का उद्देश्य आम लोगों को कैंसर को लेकर जागरूक करना और इसके लक्षण और इसके बचाव के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी देना है।

कैंसर से बचने के लिए सावधानियां :

बता दें, कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो इंसान को शरीर से तो कमजोर बनाती ही है, साथ ही इंसान को मानसिक रूप से और ज्यादा कमजोर कर देती है। इसलिए, इस बीमारी से बचने के लिए जो सावधानियां रखी जा सकती हैं, हम वो आपको बताने जा रहे हैं। कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टर द्वारा की जा रही कीमोथेरेपी, मेडिसिन आदि तो जरूरी है ही साथ ही कुछ अलग सी चीजें करके मानसिक रूप से कैंसर से लड़ते हुए कैंसर की जंग जीती जा सकती है। जैसे -

  • मन को बनाए मजबूत : कैंसर को दिमाग मजबूत रख कर ही हराया जा सकता है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को मन शांत रखते हुए हमेशा पॉजिटिव सोच रखी चाहिए। कई कैंसर सर्वाइवल सेलिब्रिटी बताते हैं कि, उन्होंने पॉजिटिव रहकर ही कैंसर को हराया है। आप अपने मन को शांत रखने के लिए ध्यान भी कर सकतें हैं।

  • म्यूजिक थेरेपी : म्यूजिक थेरेपी को हम संगीत चिकित्सा भी कह सकते हैं। यह कैंसर पीड़ितों के लिए रामबाड़ साबित हो सकता है। क्योंकि, खुद को मानसिक रूप से कमजोर समझने से बचने के लिए कैंसर पीड़ित म्यूजिक का सहारा ले सकते हैं। म्‍यूजिक तनाव कम करने के साथ ही भावनात्मक, शारीरिक, आध्यात्मिक, संज्ञानात्मक और सामाजिक रूप से भी मददगार साबित हो सकता हैं।

  • योग का लें सहारा : कैंसर के खतरे को कम करने के लिए रोजाना 30 मिनट योग करना भी काफी उचित उपाय बताया जाता है। हालांकि, योग तो कई बिमारियों का इलाज है। योग के अलावा कैंसर पीड़ित शारीरिक अभ्यास जैसे वॉकिंग, तैराकी या साइकिलिंग भी कर सकतें हैं।

  • मत्रों का जाप : कैंसर पीड़ित को कुछ देर शांत मन से मंत्र साधना करना चाहिए। इस दौरान वह कई मंत्रों का जाप कर सकता है। क्योंकि, मंत्र इंसान को शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से शक्तिशाली बनाते हैं। मंत्र चिकित्सा में महामृत्युंजय मंत्र और अथर्ववेद के रोग निवारण सूक्त को बहुत चमत्कारी बताया गया है।

नोट : यह सभी सावधानियां शुरुआती तौर पर ही काम आ सकती हैं

कैंसर पीड़ितों के लिए फायदेमंद फल :

  • अनार कीमोथेरेपी के बाद मस्तिष्क पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को कम करने में मददगार।

  • केला : कैंसर पीड़ितों को होने वाली डायरिया की समस्या को कंट्रोल करने में मददगार।

  • संतरा : पीड़ित के इम्यून सिस्टम मजबूत करके कैंसर सेल्स को बढ़ने नहीं देता।

  • स्ट्रॉबेरी : रोज खाने से ब्रेस्ट और ट्यूमर कैंसर बढ़ता नहीं है

  • जामुन : कैंसर पेशेंट के इम्यून सिस्टम मजबूत बनने में मददगार।

  • सेब : कीमोथेरेपी से कैंसर पीड़ितों पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव को कम करने में मददगार।

कैंसर के प्रकार :

बताते चलें, कैंसर शरीर के अलग-अलग हिस्से में कहीं भी हो सकता है। विशेषज्ञों द्वारा कैंसर के 100 प्रकार बताए गए हैं। जैसे मुहं, होंठ, गला, छाती, लुंग्स आदि। इनके हिसाब से ही इन्होने अलग-अलग नाम दिए गए हैं। यहां हम आपको कुछ प्रमुख कैंसर के बारे में बताने जा रहे हैं। जो आमतौर पर लोगों को होता है। जैसे -

  • ओरल कैंसर (Oral Cancer)

  • होंठों का कैंसर (Lip Cancer)

  • गले का कैंसर (Tthroat Cancer)

  • छाती का कैंसर (Chest or Breast Cancer)

  • फफड़े का कैंसर (Lungs Cancer)

  • ट्यूमर कैंसर (Tumor Cancer)

  • पेट का कैंसर (Colon, Abdomen or Stomach Cancer)

  • ब्लड कैंसर (Blood Cancer)

  • सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer)

  • प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer)

  • लिवर कैंसर (Liver Cancer)

  • बोन कैंसर (Bone Cancer)

कैंसर को लेकर मिथ :

बताते चलें, बहुत लोगों की अवधारणा कैंसर को लेकर एसी है कि, कैंसर छूने से फैलता है तो हम बता दें, यह बिल्कुल गलत है। यह बीमारी छूने से नहीं फैलती है। बल्कि कैंसर से पीड़ित लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, क्योंकि वह पहले ही काफी तकलीफ से गुजर रहे होते हैं और ऐसे में वह असहज व असहाय सा महसूस करने लगते हैं। तो आगे से आपको कोई भी कैंसर पीड़ित मिले तो उसके साथ अच्छा व्यवहार करें।

इस साल की थीम :

अंत में बताते चलें कि, विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) को मनाने के लिए हर साल एक थीम तय की जाती है। जिसके अनुसार सब इसे मानते हैं। इस साल की थीम क्लोज द केयर गैप (Close The Care Gap) बताई जा रही है।

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